आज (18 दिसंबर, 2021) उत्तर प्रदेश के सबसे बड़े एक्सप्रेस-वे, गंगा एक्सप्रेसवे (Ganga Expressway) की आधारशिला रखी जा रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दोपहर 1 बजे यूपी के शाहजहांपुर में रोजा के रेलवे ग्राउंड में एक कार्यक्रम के दौरान एक्सप्रेस-वे के निर्माण से पहले एक्सप्रेस-वे का शिलान्यास करेंगे. इस कार्यक्रम के दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ मौजूद रहेंगे.

गंगा एक्सप्रेस-वे मेरठ से प्रयागराज तक 594 किमी लंबा होगा। अपने बेहतर नेटवर्क और इंटरकनेक्टिविटी से राज्य का हर छोर राज्य और देश की राजधानी से जुड़ सकेगा। एक्सप्रेस-वे पर 17 जगहों पर इंटरचेंज की सुविधा मिलेगी। इस छह लेन (आठ लेन विस्तार) परियोजना की अनुमानित लागत 36,230 करोड़ रुपये है। इसके तहत शाहजहांपुर में 3.5 किलोमीटर की हवाई पट्टी बनाई जाएगी।
राज्य सरकार के अनुसार सुगम परिवहन संपर्क से रोजगार और निवेश के अवसर बढ़ेंगे। प्रवेश नियंत्रित होने से सुरक्षित ईंधन और समय की बचत के साथ-साथ प्रदूषण नियंत्रण भी होगा। सात रेलवे ओवरब्रिज, 14 बड़े पुल, 126 छोटे पुल, 375 अंडरपास, नौ सार्वजनिक सुविधा परिसर, दो टोल प्लाजा और 15 रैंप टोल प्लाजा का निर्माण भी प्रस्तावित है.
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प्रोजेक्ट ग्रुप-एक के लिए IRB Infra स्वीकृति पत्र:
आईआरबी इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपर्स लिमिटेड ने शुक्रवार को कहा कि उसे गंगा एक्सप्रेसवे परियोजना के समूह 1 को विकसित करने के लिए उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीईआईडीए) से मंजूरी का पत्र मिला है। कंपनी ने एक बयान में कहा कि वह चार क्लस्टर परियोजनाओं के पहले समूह के हिस्से के रूप में मेरठ और बदायूं के बीच 129.7 किलोमीटर की दूरी का विकास करेगी। इसकी लागत 6,555 करोड़ रुपये आएगी।
गंगा एक्सप्रेसवे (Ganga Expressway) का विकास कौन कर रहा है?
UPEIDA इस एक्सप्रेसवे को विकसित कर रहा है, जो एक नया 594 किमी लंबा और छह लेन का प्रोजेक्ट है। यह राज्य के पश्चिम में मेरठ को पूर्व में प्रयागराज से जोड़ेगा और 12 जिलों- मेरठ, हापुड़, बुलंदशहर, अमरोहा, संभल, बदायूं, शाहजहांपुर, हरदोई, उन्नाव, रायबरेली, प्रतापगढ़ और प्रयागराज से होकर गुजरेगा। गंगा एक्सप्रेसवे के दिसंबर 2024 तक तैयार होने की उम्मीद है। एक बार बनने के बाद, यह देश का छठा सबसे लंबा एक्सप्रेसवे होगा। वैसे, वर्तमान में पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे यूपी का सबसे लंबा एक्सप्रेस-वे है।
गंगा एक्सप्रेसवे की लंबाई कितनी होगी?
गंगा एक्सप्रेस-वे मेरठ से प्रयागराज तक 594 किमी लंबा होगा।
गंगा एक्सप्रेस-वे से कितने जिले जुड़ेंगे
गंगा एक्सप्रेसवे राज्य के पश्चिम में मेरठ को पूर्व में प्रयागराज से जोड़ेगा और 12 जिलों- मेरठ, हापुड़, बुलंदशहर, अमरोहा, संभल, बदायूं, शाहजहांपुर, हरदोई, उन्नाव, रायबरेली, प्रतापगढ़ और प्रयागराज से होकर गुजरेगा।
यह प्रोजेक्ट कब तक पूरा होगा?
गंगा एक्सप्रेसवे के दिसंबर 2024 तक तैयार होने की उम्मीद है।
गंगा एक्सप्रेसवे की अनुमानित लागत क्या है?
इस छह लेन (आठ लेन विस्तार) परियोजना की अनुमानित लागत 36,230 करोड़ रुपये है। इसके तहत शाहजहांपुर में 3.5 किलोमीटर की हवाई पट्टी बनाई जाएगी।
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[…] 1 Comment / Latest / By Chitransh Sharma / December 18, 2021 December 18, 2021Read In Hindi […]